< सीकर शहर के मास्टर प्लान-2041 को मंत्री खर्रा ने मंजूरी दी,सीकर शहर का बढ़ेगा दायरा, इसी साल जारी होगा नया मास्टर प्लान - Taja Daily

सीकर शहर के मास्टर प्लान-2041 को मंत्री खर्रा ने मंजूरी दी,सीकर शहर का बढ़ेगा दायरा, इसी साल जारी होगा नया मास्टर प्लान

Sikar Master Plan: सीकर शहर के मास्टर प्लान को लेकर फिर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बयान दिया है। नए मास्टर प्लान के जारी होने के बाद सीकर की शहरी सीमा का दायरा बढ़ना तय है।

मसौदा धूध विधायक Gordhan Verma, पूर्व सांसद Sumedhanand Saraswati, पूर्व विधायक Ratan Jaldhari, भाजपा जिला अध्यक्ष Manoj Batad, कलेक्टर Mukul Sharma, और अन्य के समक्ष पेश किया गया।

Sikar Master Plan 2041 : राजस्थान के सीकर जिले के लिए एक बेहद है अच्छी और महत्वपूर्ण खबर सामने है। जो सीकर वासियों के चेहरे पर खुशी ला देगी। सूबे के सरकार ने सीकर के नए मास्टर प्लान-2041 को अंतिम मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद अब सीकर का रूपरेखा बदल जाएगा। इस प्लान से सीकर शहर आधुनिकता की तरफ बढ़ेगा, बल्कि गांव का भी डेवलपमेंट किया जाएगा। सरकार की कोशिश रहेगी कि गांव को मुख्य धारा में लाया जाए और गांवों का कायापलट किया जाए।

सीकर। एक साल से शिक्षानगरी के अटके मास्टर प्लान को लेकर फिर यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बयान दिया है। यूडीएच मंत्री खर्रा ने नीमकाथाना में मीडिया से बातचीत में कहा है कि सीकर का मास्टर प्लान इसी साल जारी होगा। सीकर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा दिलाने के मामले में कहा कि देखते जाइए इस साल के आखिर तक सारी स्थिति सामने आ जाएगी।

विधानसत्र के दौरान भी यूडीएच मंत्री ने इस साल के आखिर तक मास्टर प्लान को जारी कराने की बात कही थी। लेकिन अभी तक सीकर के मास्टर प्लान 2041 के प्रारूप का भी प्रकाशन भी नहीं हो सका है। प्रारूप का प्रकाशन होने के बाद आमजन से आपत्ति मांगी जाएगी और इसके बाद नया मास्टर प्लान लागू हो सकेगा।

नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने बुधवार को सीकर नगर परिषद सभागार में मास्टर प्लान 2041 के प्रारूप का विधिवत प्रकाशन किया। इस अवसर पर मास्टर प्लान पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया गया, जो आगामी एक महीने तक आमजन के लिए खुली रहेगी। शहरवासी इस दौरान प्रदर्शनी का अवलोकन कर जनहित से जुड़ी आपत्तियाँ एवं सुझाव दर्ज करवा सकेंगे।
राज्य मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह मास्टर प्लान सीकर शहर के सुनियोजित और दूरदर्शी विकास की आधारशिला है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले एक महीने तक आमजन से प्राप्त होने वाली आपत्तियों का निस्तारण पूरी पारदर्शिता और व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऐसे सुझावों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा जो सामूहिक हित में हों, जबकि व्यक्तिगत लाभ से जुड़ी आपत्तियों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे आगे आकर सकारात्मक सोच और जिम्मेदार नागरिक भाव के साथ योजना में भागीदार बनें, ताकि आने वाली पीढ़ियों को सुव्यवस्थित और आधुनिक नगरीय सुविधा उपलब्ध हो सके।

मंत्री खर्रा ने कहा कि विकास की प्रक्रिया तभी सार्थक होती है जब उसमें जनसहभागिता हो और उसका क्रियान्वयन नियोजित तरीके से किया जाए। उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान 2041 के अंतर्गत 50 गांवों को शामिल किया गया है। एक माह तक जन आपत्तियाँ प्राप्त कर उनका निस्तारण किया जाएगा, जिसके पश्चात राज्य सरकार द्वारा इसे धरातल पर उतारा जाएगा।

इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना के लाभार्थियों लक्ष्मी, सरोज, जमन, चुंकली और पुतली को दस-दस हजार रुपये के चेक वितरित किए। साथ ही उन्होंने मास्टर प्लान प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन करते हुए नक्शों और योजनाओं का अवलोकन किया।

कार्यक्रम में धोद विधायक गोवर्धन वर्मा ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि सीकर जिस गति से विकास की ओर अग्रसर है, उसके अनुरूप सुविधाओं और संसाधनों को विकसित करना समय की आवश्यकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सीकर जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बताया कि मास्टर प्लान 2021 में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सड़कों की चौड़ाई, सेक्टर विभाजन, ग्रीन एरिया, औद्योगिक क्षेत्र, बस स्टैंड, स्कूल व कॉलेज जैसे ढांचे यथावत रहेंगे। रिंग रोड की चौड़ाई भी पूर्ववत 200 फीट रखी गई है।

नगर परिषद सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण व आमजन उपस्थित रहे। मास्टर प्लान प्रदर्शनी को लेकर आमजन में विशेष रुचि देखी जा रही है, और नागरिक इसे शहर के सुनियोजित विकास की दिशा में ऐतिहासिक कदम मान रहे हैं।

शहरी सीमा बढ़ना तय

नए मास्टर प्लान के जारी होने के बाद सीकर की शहरी सीमा का दायरा बढ़ना तय है। सूत्रों की माने तो 50 से ज्यादा गांव-ढाणियों को नए मास्टर प्लान में शामिल किया जा सकता है। ऐसे में गांव-ढाणियों के लोगों को भी नए मास्टर प्लान का इंतजार है।

200 फीट चौड़ी रिंग रोड और ट्रांसपोर्ट नगर का प्रस्ताव

इस मास्टर प्लान के तहत शहर के चारों तरफ 200 फीट चौड़ी रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा। इस रिंग रोड का फायदा यह होगा कि जब वहां होंगे उनको शहर की तरफ घुसने की आवश्यकता नहीं होगी और ट्रैफिक जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। जिस कारण से परिवहन व्यवस्था में सुधार होगी। साथ ही अजमेर रोड का भी विकास किया जाएगा।अजमेर रोड के पास ट्रांसपोर्ट नगर विकसित किया जाएगा।

गांवों की जमीनों का मूल्य बढ़ने की संभावना

इस प्लान की सबसे अच्छी बात यह है कि सीकर जिले से सटे इसमें कई गांवों को शामिल किया गया है। इसमें उन्हें गांव को शामिल किया गया है जिन में रहवासियों की संख्या 50 हजार से ज्यादा है। रिडमलसर, राधाकिशनपुरा, चंदपुरा, पुराना रामगढ़, रिछारिया, धीरजपुरा जैसे गांव अब सीकर की नई विकास योजना में शामिल होंगे। इसका सीधा फायदा वहां के लोगों को मिलेगा—बेहतर मूलभूत सुविधाएं, कनेक्टिविटी और जमीन की कीमत में बढ़ोतरी होगी।

शहर में एजुकेशनल हब, ग्रीन एरिया जैसी सुविधा 

इस मास्टर प्लान के तहत सीकर जिले को एक संतुलित शहर के रूप में विकसित किया जाएगा। शहर में एजुकेशनल हब, ग्रीन एरिया, ऑक्सीजन पार्क, सामुदायिक भवन और स्कूल-कॉलेज के लिए विशेष ज़ोन निर्धारित किए गए हैं। इस सभी योजना के तहत सीकर जिला एक बेहतर शहर साबित होगा।

डोटासरा बोले- सरकार को जारी करना चाहिए मास्टर प्लान

सीकर का मास्टर प्लान एक साल से तैयार है, लेकिन प्रारूप का प्रकाशन भी नहीं हो सका। जनहित में यूडीएच मंत्री को अपने पुराने गृह जिले का मास्टर प्लान जारी कराना चाहिए जिससे शिक्षानगरी का नियोजित तरीके से विकास हो सके। यदि किसी ने मास्टर प्लान को लेकर गड़बड़ी की है तो वह निश्चित तौर पर उजागर होनी चाहिए। सरकार ने विधिक राय के नाम पर दस महीने सेे मास्टर प्लान को अटका रखा है। सरकार की नीति शहर के विकास के बजाय विकास को रोकने की बनी हुई है। शेखावाटी से यूडीएच मंत्री के होेने के बाद भी यहां के लोगों को विकास में फायदा नहीं मिल पा रहा है।

Leave a Comment